अल्फ़ाज़ मेरे दिल के, कुछ बदले हुए से लग रहे हैं। तुम जब से आए हो जिंदगी में, हम संभले हुए से लग रहे हैं। जो भटके थे ख़ुद की खोज में, तुमको पाके हम ख़ुद को पूरा महसूस कर रहे है। जो सिमटे थे ख़ुद के झूठे जज्बातों में आज तक, हम आज कुछ बिखरे बिखरे लग रहे हैं। आंखें खुली थी ,मगर जो ख्वाब बेदम हो चुके थे, आज उन आंखों में आसूं भी सुनहरे लग रहे है। जो तब हसी में भी एक दर्द था हमारे, तुम्हरे आ जाने से प्यार के आंसू खुशी से छलक रहे हैं। जो भाग रही थी अब तक मै खुद से, ना जानें क्यों आज हम तुममें जीने लग रहे हैं। __प्रतिभा __मेरी जिंदगी❤✍ #अल्फ़ाज़ मेरे दिल के ❤✍