दर्द क्या होता है बताएंगे किसी रोज ,,, कमाल की गजल सुनाएंगे किसी रोज ... उडने दो इन परिंदों को अभी आजाद फिजाओं में ,,, अगर हमारे अपने हुए तो लौट आएंगे किसी रोज ... एक अजनबी शायर ….. लौट आएंगे किसी रोज ....