"क्यू ना चले उस दुनिया jahha अंग का dhikawa ना हो।।
फैशन के परिधान मे एक बाप कह ना सका बेटी मत पहन।
और बेटी समज ना सकी।
और दुरिया badti चली गयी।।
और दुरिया badti चली गयी।"
क्यू ना चले उस दुनिया jahha अंग का dhikawa ना हो।।
फैशन के परिधान मे एक बाप कह ना सका बेटी मत पहन।
और बेटी समज ना सकी।
और दुरिया badti चली गयी।।
और दुरिया badti चली गयी।