प्यास ना जाने रात में, मेरी रानी साहिबा को किस चीज का नशा चढ़ जाता है, जो बहकी बहकी सी बातें करने लगती है। यूँ तो अक्सर ही रोमांस के मूड में होती है। पर कल रात न जाने क्यूँ? रोमांस की हद पार कर जाने की ज़िद उस पर सवार हो गई। मैं एक कोने में बिस्तर पर लेट किताब पढ़ रही थी, तभी आकस्मिक ही उसे क्या सूझा? जो मेरे दोनों हाथों को पकड़ मेरे करीब आई, और मुझे लीटा मेरे शरीर पर आ धमकी। लाख कोशिश की उसे हटाने की। पर उसकी जकड़ इतनी मजबूत थी, कि उसे हिला तक ना पाईं। नहीं-नहीं कुछ मत करना, बिल्कुल भी मत करना। विनती करती रही, पर उसने लबों को लबों से मिला ही दिया। प्यास #lgbt #hindi#poem#love#story#nojoto