"कैद हो गई " गलतियाँ उसने की और सजा मुझे मिली , बिना गुनाह किए ही मैं गुनहेगार हो गई | हाँ ! मैं बंद पिंजरे में कैद हो गई || उसकी वजह से मुझे मेरा दोस्ताना छोड़ना पड़ा , बिना कोई शिकायत किए , मन में हजारों सवाल लिए , अकेले - तन्हां खामोशियों को झेलना पड़ा | पर उसे क्या..... इतना कुछ होने के बाद भी वो तो अपनी धुन में रह रही , किसी की फिक्र किए बिना ही वो बेपरवाह जी रही , और मैं बेवजह ही पिंजरे में कैद हो गई | बिना गुनाह किए ही मैं गुनहेगार हो गई | हाँ ! मैं बंद पिंजरे में कैद हो गई || sk पूरे अल्फाज़ ! #कैद हो गई #Life #sukriyakirodiwal #sk_writes #sadShayari #nohotopoetry