चटे पटे यारों की यारी की वो प्यारी यादें चूपके से टिचर को सताने की यादें टीचर के नाक के नीचे कलास से भागने की यादें बैचारे यारों के डब्बे चूराने की यादें होमवर्क ना करने के बहाने बाहर खडे रेहने की यादें दोस्तों के साथ मिलकर दूसरों को परेशान करने की यादें चालु कलास मे टिचर की बात ना मानने की यादें फिर टिचर का इडियट सूनकर डाँट खाने की यादें गीरते-उठते लडते-जगडते थे बनाते ये यादें बडे हो गये और बीती बातें बनकर रेह गई सँयानी यादे माधुरी वाघसणा #friendsforever