है वो जो स्वयंं ही इतने काबिल, व्यक्तित्व उनका लिखना मुश्किल, साहित्य की हर कला पर है वर्चस्व गीत, गजल उनके गूंजते है सर्वस्व, अज्ञानता की गहराई खंगाल लेते है हमारी नादानियों को नव चाल देते है, कोरे कागज को सदा अखबार बनाते है, हर कदम पर जिंदगी का हिसाब बताते है सबका साथ दे,न कभी एहसान जताते है, अज्ञानता में सदा ज्ञान का दीप जलाते है, है ईश्वर से यही दुआ,आंखे कभी न नम रहे,, खुशियां मिले इतनी कि, जिंदगी में न गम रहे।। -Vimla Choudhary 06/06/2022 ©vks Siyag #Happy_BirthdaySaveersir #Happiness #brithdayspecial #guru_ji #poemhindi #nojotonews #Vkssiyag#Vimlachoudhary