Vishnu Bhagwan परम थ्यान रूपम परम ज्ञान रूपम सदा शांतचित्तं च सदभावरूपं। अगोचर अनादिं अव्यक्तम च व्यक्तम सकललोकनाथं भजेहं भजेहं।। ©उमाकान्त तिवारी 'प्रचण्ड' #vishnubhagwan भक्ति गीत