ख़्वाब देखने को तो ये आंखें मजबूर करती हैं उनके सच होने के इंतज़ार में चूर करती हैं, एक ख्वाबों का ही तो सहारा है इन आखों को, वरना ये किस लिए इतना गुरूर करती हैं? #☝😓 #ऋतु10Dec2011 #10Dec 2011