Love Shayari in Hindi देखो वो चाँद ना हो जाये, कली से गुलाब ना हो जाये । इतना गुजरता हूँ गली से उसकी, किसी और को शक ना हो जाये। वो खिड़की पर बाल क्यों सुखाती है ? कोई और दीवाना ना हो जाये । वो हर बारिश में क्यों नहाती है ? कहीं मुझे बुखार ना हो जाये। मैं उससे कुछ कहना चाहता हूँ डर है कोई बवाल ना हो जाये। उसे गजलें सुनना बहुत पसन्द है, कहीं हम शायर ना हो जाये। #NojotoQuote देखो वो चाँद ना हो जाये, कली से गुलाब ना हो जाये । इतना गुजरता हूँ गली से उसकी, किसी और को शक ना हो जाये। वो खिड़की पर बाल क्यों सुखाती है ? कोई और दीवाना ना हो जाये ।