हमारी शायरी तो जैसे सर्कस थी उसके लिए हमारी शायरी तो जैसे सर्कस थी उसके लिए दर्शक आते है मुझे देखने और सुनने के लिए पर मेरी दोनों आँखें दर्शक थी उसके लिए WHAT ABOUT THIS ONE...