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Dedicated to my friend, Sri Alok Ranjan Munsif, ju

Dedicated to my friend, Sri Alok Ranjan Munsif, judiciary,Bihar.

बड़ी मेहनत से बनती है यह पहचान
जीवन के संघर्ष में व्यक्तिगत सुख को रौंदता
उभरता नया चरित्र का सामाजिक पहचान
छोटे बड़े न जाने कितने छूटे अरमान
रिश्ते नाते अपने पराये
रहें हम सदा अनजान
क्योंकि जिम्मेदारियों का था यह चरित्र
राष्ट्र नाम पर करूं न्योछावर अपना जान
हर सांस सत्य न्याय का हो सम्मान
मां के प्यार और परवाह ने
 बनाया एक ऐसा इंसान
जो जीने को सिखाया
 जीवन में मुझे उचें सोच संग करनी ऊंच का आयाम
नाना ने दिया मधुमति सा विद्या की ज्योत जलाने वाली
एक ही था उनके समझ में मेरा नाम
भूखंड को किया समर्पित ज्ञान और अमृत का धाम
उन्होंने हीं समझ बूझ कर मुझे दिया मेरा आलोक नाम
एक दिन में थोड़े ना होते हैं अपने पूरे अरमान
बड़े संघर्ष से बनता है राष्ट्रभक्त का एक पहचान!!💐

~ ठा. राजेश सिंह

©Thakur Rajesh Singh Dedicated to my friend, Sri Alok Ranjan Munsif, judiciary,Bihar.

बड़ी मेहनत से बनती है यह पहचान
जीवन के संघर्ष में व्यक्तिगत सुख को रौंदता
उभरता नया चरित्र का सामाजिक पहचान
छोटे बड़े न जाने कितने छूटे अरमान
रिश्ते नाते अपने पराये
रहें हम सदा अनजान
Dedicated to my friend, Sri Alok Ranjan Munsif, judiciary,Bihar.

बड़ी मेहनत से बनती है यह पहचान
जीवन के संघर्ष में व्यक्तिगत सुख को रौंदता
उभरता नया चरित्र का सामाजिक पहचान
छोटे बड़े न जाने कितने छूटे अरमान
रिश्ते नाते अपने पराये
रहें हम सदा अनजान
क्योंकि जिम्मेदारियों का था यह चरित्र
राष्ट्र नाम पर करूं न्योछावर अपना जान
हर सांस सत्य न्याय का हो सम्मान
मां के प्यार और परवाह ने
 बनाया एक ऐसा इंसान
जो जीने को सिखाया
 जीवन में मुझे उचें सोच संग करनी ऊंच का आयाम
नाना ने दिया मधुमति सा विद्या की ज्योत जलाने वाली
एक ही था उनके समझ में मेरा नाम
भूखंड को किया समर्पित ज्ञान और अमृत का धाम
उन्होंने हीं समझ बूझ कर मुझे दिया मेरा आलोक नाम
एक दिन में थोड़े ना होते हैं अपने पूरे अरमान
बड़े संघर्ष से बनता है राष्ट्रभक्त का एक पहचान!!💐

~ ठा. राजेश सिंह

©Thakur Rajesh Singh Dedicated to my friend, Sri Alok Ranjan Munsif, judiciary,Bihar.

बड़ी मेहनत से बनती है यह पहचान
जीवन के संघर्ष में व्यक्तिगत सुख को रौंदता
उभरता नया चरित्र का सामाजिक पहचान
छोटे बड़े न जाने कितने छूटे अरमान
रिश्ते नाते अपने पराये
रहें हम सदा अनजान