बहुत बड़ा कर दिया ख़्वाहिशों ने अब छोटे बच्चे सा फिसलना है मुझे बहुत गिरा सहारे की तलाश में अब खुद ही संभलना है मुझे अपने बदले सपने बदले हर रोज अब वक्त ही बदलना है मुझे जिदों और गुस्से ने पत्थर बना दिया अब मोम सा पिघलना है मुझे #Nojoto #nojotohindi #kiranbala #tamannasharma #internetjockey #pyar #Love अशोक द्विवेदी "दिव्य"