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खुशकिस्मती समझूं या अपनी बदनसीबी.. के दर्द में बहु

खुशकिस्मती समझूं या अपनी बदनसीबी..
के दर्द में बहुतों ने मुझे संभाला है
पर जब उनको थी जरूरत मेरी
मैंने तो उन्हें बस रुलाया है... lucky to have them.. But unlucky to disappoint them
खुशकिस्मती समझूं या अपनी बदनसीबी..
के दर्द में बहुतों ने मुझे संभाला है
पर जब उनको थी जरूरत मेरी
मैंने तो उन्हें बस रुलाया है... lucky to have them.. But unlucky to disappoint them
nikita4398842698878

Nikita

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