बेदर्द सी ये बारिश और बेरहम से ये बादल ना जाने क्यों फ़िर किसी की याद दिला देते हैं.. कभी जो चला गया था तड़पता छोड़ कर क्यों फ़िर एक बार उसी का नाम याद दिला देते हैं.. उसे भूल रहा हूं अब आहिस्ता आहिस्ता लेकिन ये कम्बख़त उसकी और याद दिला देते हैं.. ज़िन्दगी पहले ही कट रही है जाम के सहारे दिखाकर तस्वीर उसकी जालिम मुझे और पिला देते हैं.. ...Balwinder Pal # याद