बारिश की बूंदों को देखकर, तुम याद आ जाते हो, कैसे बारिश के नाम पर, तुम ख़ुशी से उछल जाते हो, बारिश कमज़ोरी है तुम्हारी, ये बात मुझे फ़क्र से बताते हो, बड़ा सुकून मिलता हैं दिल को, जब तुम बारिश को देखकर, नादानी से मुस्कुराते हो। और बारिश में ख़ुद को, बड़े मज़े से भिगाते हो। मैं दूर खड़ी तुम्हें निहारती हूं, और तुम इशारों से मुझे बुलाते हो। #बारिशऔरतुम #nojoto