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#मांँ.....!!!. मांँ एक ऐसा #शब्द है जिसे पुकारते ह

#मांँ.....!!!.
मांँ एक ऐसा #शब्द है जिसे पुकारते ही आपकी सारी परेशानियां खत्म हो जाती हो....
आपके चेहरे पर मुस्कान आती हो... 
बाहर से जब भी घर लौट के आओ तुम्हे #माँ दिखे या ना दिखे....
पर  सबसे पहले यही आवाज निकलती है मां आप कहां हो,मां आप सो गई हैं कुछ कर रही है, आज फोन नहीं की फोन ऑफ था क्या...? 
पापा कुछ बोले हैं... या कोई भी कुछ बोला आपको...?
तब तक आप अब बकबक करते हो जब तक मन की आवाज ना आ जाए... 
फिर मेरी मां बोलेगी क्यों चिल्ला रही हो जिंदा है अभी कुछ हुआ नहीं हमको.... 😂😂
मैं बोलूंगी होगा भी नहीं कुछ.... 
अभी आपको मेरे बच्चों को सेवा करना है इसी बहाने आपके बुढ़ापे कट जाएंगे 😂😂😜
मेरे बच्चों का कपड़े धो देगी   
Pottyyy साफ करेगी तो तरस खा के एक अपनी पुरानी साड़ी दे दुंगी...
तब मेरी मांँ का वो चिढ़ने वाला गुस्सा उफ्फफफ बड़ा क्यूट प्यारा लगता है ❤️😘😘
#love u maa😘🙏
 
" 9 महीनों दर्द उठा दुनिया तूने दिखलाइ थी अपने नन्हें होठों से शब्द पहला #मांँ" मैं बतलाई थी"

मैं बचपन से मां के साथ नहीं रही बहुत वक्त बाद उनके साथ रहने का मौका मिला तो बहुत बातों पर समझाती थी,डांट देती थी, बोलती थी, तो बुरा लगता था,
पर हाँ #प्यार भी बहुत करती थी #care भी बहुत करती थी...
पहले लगता था बच्चों के लिए यह सब करना उनका फर्ज है कुछ नया तो नहीं कर रही हैं...,
जो बोलते रहती है कि ये किए वो किए तुम बाल बच्चों के लिए....
तब गलत थी मैं जो ऐसा सोचती थी...😔😔
वह कहते हैं ना कि जिंदगी में हर चीज का एहसास आपको यहीं होता है..

5 अगस्त 2014 को मेरी दी की पहली संतान हुई ..
मेरी #गोलगप्पा 🥰😘
प्यारी सी क्यूट सी और जब पहली बार उसे गोद में ली..
तो रो पड़ी ,
माँ की खुशी क्या होती तब मैंने महसूस किया...
फिर गोलगप्पा मेरे साथ 3 साल तक रही ,
उसी बीच में उसकी हर बात को समझना, कब उसे भूख लगती है,कौन सी चीज से बुरी लगी, उसे कब पेट दर्द कर रहा है, उसे पानी पीना है,यहां से गर्मी लग रही है, खुद ब खुद समझ जाती थी, पूरी रात जागना है,उसका बीमार पड़ने पर परेशान होना, उसका पॉटी साफ करना 😬😬 जब उसके दांत आने स्टार्ट हुए तो..
पूरे दिन कपड़े गिले करना.. सुसु करके 😂😂
और तो और जब भी दोनों बहन खाने बैठती थी तभी रोने लगती थी पॉटी कर देती थी...😬🤮🥴
मैं घोड़े बेच के सोने वाली लड़कि उस वक्त...
रात को गोलगप्पा कि एक सुगबुगाहट से मेरी आंखें खुल जाती थी..❤️

कहीं नहीं बाहर निकलो या  पार्टी में जाओ हमेशा गोलगप्पा का ख्याल रहता था...❤️😘 हमेशा खुद से पहले लगता है कि उसके लिए कुछ ले लूं...

.......तो 1 दिन मां को बोली मैं...
माँ आप भी इतना दर्द इतनी परेशानी झेली होगी हम लोग के लिए..
हम दो बहन इतना परेशान हैं आप तो अकेले थी शायद उस वक्त इतनी सुविधा भी ना होगी..
तब माँ बोलती थी कि ना हम तो कुछ तुमलोग के लिए कुछ किए ही नहीं है... तुम लोग तो खुद ही इतनी बड़ी हो गई हो.. 
उसके इस ताने में भी हमेशा प्यार नजर आता है...❤️😘😘
माँ हमेशा बोलती है कि जिस दिन तुम पैदा होने वाली थी तो मैं उस दिन तक स्कूल में बच्चों को पढ़ाई थी,🙏
क्योंकि उसे बड़ी बहन के लिए दूध के डब्बा के लिए पैसे जो चाहिए थें ..🙏🙏

"अब इन सारी चीजों से बढ़कर और जुदा क्या करता होगा...
#मांँ, सब तो तू कर रही है ज़मीं पर, ऊपर खुदा क्या करता होगा...."🙏🙏

मैं सच कहती हूं गोलगप्पा के जन्म के बाद ही मैंने मां को और भी करीब से जानी हूँ समझी हूँ, महसूस कि हूँ, इतना कि आज उसकी खुशी ही सबसे बड़ी खुशी लगती है मुझे...
आज रात को कभी भी मां उठती है तो एक आहट से पहचान जाती हूं कि मां को कुछ चाहिए तो नहीं...

सब लोग कहते हैं कि मैं अपनी मां से हर बात शेयर कर देती हूं... 
जो करना भी नहीं चाहिए..
पर मुझे लगता है कि मां से बड़ी कोई राजदार हो ही नहीं सकती है इस दुनिया में... 
अब गलत बातें शेयर करो या सही बातें शेयर करो..
 माँ अपने पास ही रखेंगी.. औरों की तरह इधर से उधर कभी नहीं करेंगी... 
माँ कभी आपको जज नहीं करेंगी... 
गलत होने पर आपको समझाएंगी,सही होने पर आपका साथ देंगी...
 कुछ लोगों को यह भी लगता होगा कि वह मां के सामने यह सब लिखती है मुझे लगता है मांँ तो भगवान का ही रूप होती है ना.... 
तो मां से क्या छुपाना।

वो कहते हैं ना....

"अजब सी तेरी लीला है, अजब सी तेरी काया है...
तेरी जगह #ऐ_मां भगवान भी कहां ले पाया है..."🙏

क्या लिखूं..?
इतनी सारी बातें हैं मां के लिए कितना भी लिखूं कम है...
 #मांँ...!! 
माँ हो आप शायद एक आदत, एक काया, एक कड़ी, एक साया..! 
पर आपके बिना जीना क्या इस दुनिया में कभी किसी को आया.....??🙏🙏❤️❤️

दुनिया की सभी माताओं को कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏

©Namita Chauhan #MothersDay2021
#मांँ.....!!!.
मांँ एक ऐसा #शब्द है जिसे पुकारते ही आपकी सारी परेशानियां खत्म हो जाती हो....
आपके चेहरे पर मुस्कान आती हो... 
बाहर से जब भी घर लौट के आओ तुम्हे #माँ दिखे या ना दिखे....
पर  सबसे पहले यही आवाज निकलती है मां आप कहां हो,मां आप सो गई हैं कुछ कर रही है, आज फोन नहीं की फोन ऑफ था क्या...? 
पापा कुछ बोले हैं... या कोई भी कुछ बोला आपको...?
तब तक आप अब बकबक करते हो जब तक मन की आवाज ना आ जाए... 
फिर मेरी मां बोलेगी क्यों चिल्ला रही हो जिंदा है अभी कुछ हुआ नहीं हमको.... 😂😂
मैं बोलूंगी होगा भी नहीं कुछ.... 
अभी आपको मेरे बच्चों को सेवा करना है इसी बहाने आपके बुढ़ापे कट जाएंगे 😂😂😜
मेरे बच्चों का कपड़े धो देगी   
Pottyyy साफ करेगी तो तरस खा के एक अपनी पुरानी साड़ी दे दुंगी...
तब मेरी मांँ का वो चिढ़ने वाला गुस्सा उफ्फफफ बड़ा क्यूट प्यारा लगता है ❤️😘😘
#love u maa😘🙏
 
" 9 महीनों दर्द उठा दुनिया तूने दिखलाइ थी अपने नन्हें होठों से शब्द पहला #मांँ" मैं बतलाई थी"

मैं बचपन से मां के साथ नहीं रही बहुत वक्त बाद उनके साथ रहने का मौका मिला तो बहुत बातों पर समझाती थी,डांट देती थी, बोलती थी, तो बुरा लगता था,
पर हाँ #प्यार भी बहुत करती थी #care भी बहुत करती थी...
पहले लगता था बच्चों के लिए यह सब करना उनका फर्ज है कुछ नया तो नहीं कर रही हैं...,
जो बोलते रहती है कि ये किए वो किए तुम बाल बच्चों के लिए....
तब गलत थी मैं जो ऐसा सोचती थी...😔😔
वह कहते हैं ना कि जिंदगी में हर चीज का एहसास आपको यहीं होता है..

5 अगस्त 2014 को मेरी दी की पहली संतान हुई ..
मेरी #गोलगप्पा 🥰😘
प्यारी सी क्यूट सी और जब पहली बार उसे गोद में ली..
तो रो पड़ी ,
माँ की खुशी क्या होती तब मैंने महसूस किया...
फिर गोलगप्पा मेरे साथ 3 साल तक रही ,
उसी बीच में उसकी हर बात को समझना, कब उसे भूख लगती है,कौन सी चीज से बुरी लगी, उसे कब पेट दर्द कर रहा है, उसे पानी पीना है,यहां से गर्मी लग रही है, खुद ब खुद समझ जाती थी, पूरी रात जागना है,उसका बीमार पड़ने पर परेशान होना, उसका पॉटी साफ करना 😬😬 जब उसके दांत आने स्टार्ट हुए तो..
पूरे दिन कपड़े गिले करना.. सुसु करके 😂😂
और तो और जब भी दोनों बहन खाने बैठती थी तभी रोने लगती थी पॉटी कर देती थी...😬🤮🥴
मैं घोड़े बेच के सोने वाली लड़कि उस वक्त...
रात को गोलगप्पा कि एक सुगबुगाहट से मेरी आंखें खुल जाती थी..❤️

कहीं नहीं बाहर निकलो या  पार्टी में जाओ हमेशा गोलगप्पा का ख्याल रहता था...❤️😘 हमेशा खुद से पहले लगता है कि उसके लिए कुछ ले लूं...

.......तो 1 दिन मां को बोली मैं...
माँ आप भी इतना दर्द इतनी परेशानी झेली होगी हम लोग के लिए..
हम दो बहन इतना परेशान हैं आप तो अकेले थी शायद उस वक्त इतनी सुविधा भी ना होगी..
तब माँ बोलती थी कि ना हम तो कुछ तुमलोग के लिए कुछ किए ही नहीं है... तुम लोग तो खुद ही इतनी बड़ी हो गई हो.. 
उसके इस ताने में भी हमेशा प्यार नजर आता है...❤️😘😘
माँ हमेशा बोलती है कि जिस दिन तुम पैदा होने वाली थी तो मैं उस दिन तक स्कूल में बच्चों को पढ़ाई थी,🙏
क्योंकि उसे बड़ी बहन के लिए दूध के डब्बा के लिए पैसे जो चाहिए थें ..🙏🙏

"अब इन सारी चीजों से बढ़कर और जुदा क्या करता होगा...
#मांँ, सब तो तू कर रही है ज़मीं पर, ऊपर खुदा क्या करता होगा...."🙏🙏

मैं सच कहती हूं गोलगप्पा के जन्म के बाद ही मैंने मां को और भी करीब से जानी हूँ समझी हूँ, महसूस कि हूँ, इतना कि आज उसकी खुशी ही सबसे बड़ी खुशी लगती है मुझे...
आज रात को कभी भी मां उठती है तो एक आहट से पहचान जाती हूं कि मां को कुछ चाहिए तो नहीं...

सब लोग कहते हैं कि मैं अपनी मां से हर बात शेयर कर देती हूं... 
जो करना भी नहीं चाहिए..
पर मुझे लगता है कि मां से बड़ी कोई राजदार हो ही नहीं सकती है इस दुनिया में... 
अब गलत बातें शेयर करो या सही बातें शेयर करो..
 माँ अपने पास ही रखेंगी.. औरों की तरह इधर से उधर कभी नहीं करेंगी... 
माँ कभी आपको जज नहीं करेंगी... 
गलत होने पर आपको समझाएंगी,सही होने पर आपका साथ देंगी...
 कुछ लोगों को यह भी लगता होगा कि वह मां के सामने यह सब लिखती है मुझे लगता है मांँ तो भगवान का ही रूप होती है ना.... 
तो मां से क्या छुपाना।

वो कहते हैं ना....

"अजब सी तेरी लीला है, अजब सी तेरी काया है...
तेरी जगह #ऐ_मां भगवान भी कहां ले पाया है..."🙏

क्या लिखूं..?
इतनी सारी बातें हैं मां के लिए कितना भी लिखूं कम है...
 #मांँ...!! 
माँ हो आप शायद एक आदत, एक काया, एक कड़ी, एक साया..! 
पर आपके बिना जीना क्या इस दुनिया में कभी किसी को आया.....??🙏🙏❤️❤️

दुनिया की सभी माताओं को कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏

©Namita Chauhan #MothersDay2021