कोई ऐसी तदवीर भी निकालूंगा । मुरीद बनूंगा,अपना कोई पीर निकालूंगा । क़लम से करूंगा दिलों पर हुकूमत । मैं बादशाह तो नहीं,जो शमशीर निकालूंगा । azeem khan # क़लम से करूंगा दिलों पर #