~~~{{{ देशप्रेम -मुक्तक }}}~~~ तुम एकता का दीप जलाकर तो देखते , तुम बाजुओं में तिरंगा उठाकर तो देखते ! संग-संग चलता यह सम्पूर्ण देश तुम्हारे.., नफ़रत मिटाने का डग बढ़ाकर तो देखते !१! अब एकता का गीत हम नवजवान लिखेंगे , सरहद के नाम जिंदगी हम तमाम लिखेंगे ! हमसे जो पूछेंगे हमारे मजहब का ठिकाना , मजहब के नाम पर हम हिंदुस्तान लिखेंगे !२!- एक वीर सैनिक हमको इतना सिखा गया , देश समृद्धि का वो हमको बातें बता गया ! वो बोला द्वार पर खड़ा पहरा देता रहेगा... हमे घर संभालने का वो ज़िम्मा थमा गया !३! आज अपने दिल का सच्चा बयान कहते है , अपने दिल को गीता,मन को कुरान कहते है ! जहाँ सब प्रेम व सौहार्द से रहते है मिलकर , उसी को दोस्त आज हम हिंदुस्तान कहते है !४! ~{{{ कवि राहुल पाल }}}~ #Religion तुम एकता का दीप जलाकर तो देखते , तुम बाजुओं में तिरंगा उठाकर तो देखते ! संग-संग चलता यह सम्पूर्ण देश तुम्हारे.., नफ़रत मिटाने का डग बढ़ाकर तो देखते !१! अब एकता का गीत हम नवजवान लिखेंगे , सरहद के नाम जिंदगी हम तमाम लिखेंगे !