हादसों की कहां कोई शक्ल होती । दिल से आगे कहां अक्ल होती है । हमारे शेर फकत शेर होते हैं । उनकी मुस्कुराहट मुकम्मल गज़ल होती है । azeem khan # मुकम्मल गज़ल होती है #