तेरे कंगन कर दे पूरा मेरा अधूरा जीवन खन खन खनकते हैं तेरे कंगन होती है रोशन मेरी हर एक राह जब रातों को चमकते हैं तेरे कंगन तूने मोहब्बत को गून्दा है ऐसे रोटी में महकते हैं तेरे कंगन मेरे यार मुझको कह कर हैं छेड़े मेरी आंखों में दिखते हैं तेरे कंगन मैं होता हूँ परेशां पता नही कैसे सबकुछ समझते हैं तेरे कंगन आमिल . क्या मैने पत्नीव्रता पति की भावनाओं का कुछ वर्णन किया या है या नही 😜😜😜😜😜 Kr de puraa mera adhura jeewan Khan khan khanakte hain tere kangan Hoti h roshan meri hr ek raah Jab raato ko chamakte hain tere kangan Tune mohbbat ko goonda hai aise Roti m mehakte hain tere kangan