#अज़नबी मेरी शोहरत-ए-इश्क़ के मस़लूब दावेदार बहूत है जो कभी अज़नबी थे कू-ब-कू वो अब रिश्तेदार हो गए शोहरत-ए-इश्क़ :- इश्क़ की ऊंचाई मसलूब :- जिन्हें सूली पर चढ़ा दिया गया हो कू-ब-कू :- हर जग़ह #nojoto #poetry #hindipoetry #love #nojotolove #nojotobaba #nojotodidi #nojotohindi #hindi #hindiwriters