#OpenPoetry किसी दिन ज़िंदगानी में करिश्मा क्यूं नहीं होता, मैं हर दिन जाग तो जाता हूं, पर ज़िन्दा क्यूं नहीं होता। मैं जिंदा क्यूं नहीं होता #nojoto