भारत में रेल परिचालन को पर्यावरण अनुकूल और ऊर्जा के मामले में ने आत्म निर्भर बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं गौरतलब है कि मोदी सरकार 2023 के अंत तक रेलवे को शत-प्रतिशत भी दूध खरीद करने वाले 2030 तक रेल प्रणाली को पूरी तरह से हरित रेल में परिवर्तन करने की योजना पूरी तत्पर से जुटी हुई है यह लक्ष्य पूरा होते ही भारत दुनिया की सबसे बड़ी विद्युत चलित रेल नेटवर्क में शामिल हो जाएगा महापौर इंजन के डीलरों द्वारा के बारिश पर निर्भर रहने वाले भारतीय रेल आफ 100% व्यक्ति अक्षय ऊर्जा बनाने जा रही है यह पहली आर्थिक लाभ के साथ दिनोंदिन बिगड़ती पर्यावरण के लिए वरदान साबित होगी भारत में अंग्रेजों के प्रमुख में एक से एक हैं ब्रिटिश सरकार ने कच्चे माल की ढुलाई और सैनिकों के लिए विकसित किया गया है सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा उपक्रम होने के साथ-साथ यह परिवार के सदस्य साधनों में भी से एक है जिसकी लोकप्रियता समाज के सभी वर्ग के बीच वास्तव में रेलवे अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए साथ-साथ देशवासियों को एक सूत्र में पिरोने की मदद कर रहा है ©Ek villain #भारतीय रेल की बदलती तस्वीर #selfhate