यूँ बदल जाते है मौसम हमें मालूम न था, प्यार है प्यार का मातम हमें मालूम न था, इस मोहब्बत में यहाँ किसका भला होना है, हर मुलाक़ात की किस्मत में जुदा होना है। sammey shah