जिसको रात के अंधेरे का भय नहीं जो अपनी राह सवयं बनाता है सितारे चाहें कितनी भी चमक क्यों न देख दे वो अपनी ही चमक से अपनी राह स्वयं बनाता है सूर्य का तेज़ चाहे कितनी भी तेज क्यों न हो मगर वो चींटी को उसके कर्म करने से रूक नही पता है तो हम तो इंसान है फिर छूटी सी बात से ही हमारा आत्म विश्वास कैसे टूट जाता है।। @srishti..... #difficulties #motivation....#nothing is imposible