वाकिफ ए हाल गर नही हो तुम फिर मेरी जान तुमसे क्या ही कहु वो रात किस तरह गुज़ारी मैने छोड़ो ये बात तुमसे क्या ही कहु सुने गैरो से तेरे किस्से बहोत से मैने पर शब ए वस्ल तुमसे क्या ही कहु तू आज पूछ रहा है जो हाल ए दिल मेरा हज़ार ज़ख्म है छोड़ो अब तुमसे क्या ही कहु ~ गुलाम फखर ©Gulam Fakhar #gazal #ग़ज़ल #शायरी #shayri #रात #tehzeebhafi #zubairalitabish #coldnights