*फिजां में घुल रही है महक अदरक की,* *आज सर्दी को भी चाय की तलब लगेगी।* *आदाएं तो देखिए बदमाश चाय पत्ती की,* *थोड़ी दूध में क्या डाली शर्म से लाल हो गई।* #Quotes#Poem#Stories#Shayari#Music