क्या लिखूँ सोचता हूं चलो अब लिखता हूं घर ही है सबसे सुरक्षित स्थान। नहीं तो चिकित्सालय या मुक्तिधाम दोनों एक समान।। ©Aditya Kumar Bharti #PoetInYou