20. शहीद का परिवार
चलो आपको ले चलते हैं शहीद के परिवार तक
जिसने अपनी घर के दीपक को कुर्बान किया है देश के खातिर,
उसके बलिदान को कैसे भूल जाते।
वक्त का सफर चल रहा था रेत की धार सा, तुम्हें बताती हूं रणवीरो की हाल को ,
सरहद पर जब कोई वीर है लड़का यमराज खड़े हो सामने फिर भी नहीं वो डरता ।
इस देश की आन बचाने को यम से वह भीड़ जाता है ,