तुम लगा लोगे मोल ये हिसाब थोड़ी है इश्क़ ने नूर किया तू लाज़वाब थोड़ी है पढ़े भी और भूल भी गये नामुमकिन है ये इश्क़ है कोई मामूली किताब थोड़ी है वो समझता है वजूद मिट गया होगा मिरा एक मर्तवा गिरे हैं हम पूरे बर्बाद थोड़ी हैं ये जो मुक़द्दर ने दर्द से नवाज़ा है हमें नायाब है कोई ऐसा वैसा ख़िताब थोड़ी है मुश्किलें कितनी भी हो रास्ते बदल सकते हैं उसूलों में मंज़िल बदलने का रिवाज़ थोड़ी है बन्दगी है तो सजदा बेवक़्त भी होता है वक़्त पे ही अदा हो ये वो नमाज थोड़ी है #IITKAVYANJALI #bawraspoetry #NojotoGhazal #Ghazal #NojotoUrdu Satyaprem Upadhyay Internet Jockey Kanika Girdhari Devashish Pushkar Mohammad Arif (Tanha)