— % & प्रेम तो बस प्रेम होता है जो बिना शर्त किया जाता है। जिससे हम निस्वार्थ भावना से प्रेम करते हैं वो हमे मिले या ना मिले लेकिन उसके लिए दिल हमेशा मांँगता दुआ ही है। कितना भी प्रेम में दर्द मिले लेकिन दिल कभी उसका नहीं चाहता कुछ बुरा है। _____________________________________________ आइए लिखते हैं #ख़यालोंकीउथलपुथल ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ अपना जवाब कोलाब करके लाइन के ऊपर लिखें ☝️ Collab बटन पर क्लिक कीजिए। चार बार Space पर क्लिक कीजिए और Next करके Caption में अपनी रचना लिखिए :)