चरित्र सुनो, इक बात कहनी है जरा ग़ौर फरमाओ, सलीका जीने का तुम हमको न सिखाओ। गिरेबाँ झाँक लो अपनी तुम जरा तसल्ली से, आईना बात बे बात पर तुम यूँ हमको न दिखाओ।। #character #peace #nojotohindi #poetry