गीत शीर्षक(बचपन) सुनाती थी हमकों जो दादी कहानी उतरती थी धरती पे परीयों की रानी वो बचपन में चंदा को मामा समझना वो भूतों के ड़र से जा माँ से चिपकना वो लकड़ी की काटी से अपना बहलना वो पापा के ड़र से किताबें पकड़ना कभी याद आये वो बातें पुरानी-2 निकल ही ये आता है आँखों से पानी वो सर्दी का मौसम वो ठंडी रजाई वो मम्मी का करना स्वेटर बुनाई वो पकड़म पकड़ाई वो छुपम छुपाई वो खेलों में होना अक्सर लड़ाई दिल की सुनी ना दिमागों की मानी-2 था बचपन वो सच्चा ये झूठी जवानी एक गीत बचपन पर बहुत दिनों बाद! 💟💟 #nojoto #nojotohindi #poetry #songs #childhood #बचपन #गीत