स्त्री शक्ति का परिचय देकर जब उस नारी ने अपना सिंदूर गवाया था ।। तब दशों दिशाएं बिलख उठी थी और उस माँ ने अपनी ममता का बलि चढ़ाया था ।। हे मातृभूमि उस वक्त कांप गया होगा तेरा भी सीना जब उस वीर सपूत ने अपने लहू से तेरे माथे पर तिलक लगाया होगा ।। ढाढस के स्वर गूंज रहे थे उस पिता के मुख में और तिरंगे ने भी जिसकी शान की खातिर अपना कफन ओढ़ाया होगा ।। जिस देश का बच्चा - बच्चा रोया था कैसे ना उसके दुख के गम में मेरी कलम ने भी अपना सर झुकाया होगा ।। "फतेह मिली तो जीत का परचम लाहराउंगा और दुश्मनों के लहू से सजी सिरों की एक मुंड माला तुझे चढ़ाऊंगा।।" Azmat Ansari अरुणशुक्ल अर्जुन Kayyum rja 7690811321 (YouTuber) रोहित तिवारी । Anjali Goswami Rishu singh ✍️विनोद उमरतकर LoVe YoU #