प्रेम हृदय से हृदय का उन्मुक्त आलिंगन हें चलो स्वीकार किया.... आलिंगन प्रेम का पर्याय नहीं हें.... न ही अनिवार्य हैं... चलो स्वीकार किया भावनाओं का अभिव्यक्त अलौकिक अहसास हें प्रेम विस्तार का संकुचन हें प्रेम संकुचन का विस्तार हें प्रेम चलो स्वीकार किया.... अंगीकार किया गगन विशाल को हृदय में दे स्थान बांहों का विस्तार किया मौन नयनो मे प्रणय प्यास की सुन मेरा निमंत्रण स्वीकार करो सहर्ष स्वीकार यदि.... निमंत्रण हृदय मिलन कर आओ ! एक जीवन करे भूल कर, निज को आओ! आलिंगन करे KunwarSurendra -------------------------- कुँवर सुरेन्द्र की तरफ से आलिंगन दिवस(hug day) की शुभकामनायें मेरा निमंत्रण स्वीकार करो सहर्ष स्वीकार यदि.... निमंत्रण हृदय मिलन कर आओ ! एक जीवन करे भूल कर, निज को आओ! आलिंगन करे KunwarSurendra --------------------------