तेरे शहर में दीपक लेने गए सोच पे पड़ गए शहरवासी हम बोले कि दीपक दे दो भैया देते ही उतना कह गया कि "दिया तो यहाँ से पलायन हो गया तो किसको आप प्रकाशित कर रहे हो " सन्न कल्पना काफी अरसो बाद