ख़्वाब और ख़्याल है दो अलफाज जिससे अफसाने बनतें हैं ख्वाब टूट जाते है जब तब हम बेहाल होते है फिर अश्क बहाते है जब ख्याल उनका आता है # ख्वाब ख्याल मोहब्बत हकीकत है ये सब गम की कहानी किस किसको कैसे बताएं, कहर जो ये हमपर गीरी