कौन समझे ये कैसी रात है शायद कोई राज़ की बात है किसी की धड़कने तेज है तो किसी के टूटे जज़्बात है किसी का महका है आशियाना तो किसी की मौत भी बन गयी खैरात है maya'shayri#nojotohindishayri#nojotohindipoetry