जुल्म कमजोर पर जरा शर्म कर लो| खुदारा अपनी जान पर रहम कर लो|| गिरफ्तार है गफलत में कौम जबतक| अपने शहंशाही का भरम कर लो|| Julm Kamjor Par Jara Sharam Kar Lo Khudara Apni Jan Par Raham Kar Lo Giraftar Hai Gaflat Me Kaum Jabtak Apne Shahanshahi Ka Bharam Kar Lo Adnan Rabbani's Shayari • जुल्म कमजोर पर जरा शर्म कर लो| खुदारा अपनी जान पर रहम कर लो|| गिरफ्तार है गफलत में कौम जबतक| अपने शहंशाही का भरम कर लो||