हमी से घर का अभी तक उजाला है
और हमें ही घर से निकाला जा रहा है
अपनों को छोड़कर अब जाये कहां
दुश्मनों को अब गले लगाया जा रहा है
किसी का भरोसा नहीं यहां पर
अपनों को गैरों से मिलाया जा रहा है #Love#Quote#Facebook#Hindi#writer#Shayari#urdu#YourQuotes#Arif