बेहतरी की राह में विचारों का थम जाना बाधा पहुंचाता है हमेशा अपने मत और व्यवहार पर अड़े रहना हमारी सोच संकुचित बनाता है वो क्षणिक-सी खुशफहमी वास्तव में हमारे व्यक्तित्व की हार है नई सोच को स्वीकारने में साहस और परिपक्वता की दरकार है आइये अपने दृष्टिकोण में थोड़ा-सा बदलाव लाते हैं नई बेहतरीन सोच को मन से अपनाते हैं तरक्की के मार्ग पर नए विचार लेकर कदम बढ़ाते है...!! -सुषमा आर कुमार #thought #progress #sushmarkumar #Barrier