वजूद की तलब करने में हमनें, अपना समय गंवाया है, पैर उठाकर भी देखा, अपना वजूद नज़र ना आया है। मानव से ही प्रकृति का कायम, जहाँ में समस्त मूल है, मानव से ही प्रकृति का वजूद भी, नष्ट होता समूल है। वजूद की तलब में, अपना वजूद नहीं खोना चाहिए, हम अंतरिक्ष में पहुँच जाएँ, पर पाँव जमीं पर होना है। ना कर नष्ट प्राकृतिक संसाधनों का, रख इसे बचाकर, वजूद की तलब कर, पर प्रकृति से खिलवाड़ ना कर। ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌷"वज़ूद की तलब" 🌷 Meaning : Summon of existence 🌟 पहले सावधानी पूर्वक "CAPTION" पढ़ें और दिए हुए शब्द को ध्यान में रखते हुए अपने ख़ूबसूरत शब्दों एवं भावों के साथ अपने एहसास कहें।