शामे ग़म है, तन्हाई है । आज बड़ी शिद्दत से, तेरी याद आई है । दिन तो कट जाते हैं, ज़िन्दगी की जद्दोजहद मे , मगर शबे-ग़मे-हिज़राँ , यह तो बड़ी, बेवफाई है । तुझसे मोहब्बत करके , क्या ख़ता की ,हमने ,? सब कुछ लुटाके हमने , रस्मे वफा ही ,निभाई है । OPEN FOR COLLAB✨ #ATgirlbg696 • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.