तेरे इश़्क में ऐसी डूबी खुद का होश गवां बैठी तेरी अमानत तू संभाल मैं तो तुझको समर्पित कर बैठी क्या अच्छा क्या बुरा क्या पाप क्या पुण्य कुछ न जानूँ जो भी आवे तेरा उपहार समझ सहर्ष स्वीकार कर लेती #समर्पण #nojoto #writersofnojoto #writers #philosophy #hindi #hindiwriters #kavishala #story #quote #lifequote #poem #poetry #feelings #thought