क्या लिखूँ क्या न लिखूँ कुछ लिखूँ या कुछ भी न लिखूँ सोचता हूँ ये तारे लिखूँ या जमीं लिखूँ औरों की तो बात नहीं करता सो खुद अपनी कमी लिखूँ। Ankit- Ek Ehsas #Ankit_Ek_Ehsas #nojotohindi