#APJAbdulKalam अँधेरे में सपनों की तलाश लिए मैं जागता रहा महज़ एक उड़ान के लिए न कल की सोचा था,' फिर क्या होगा?' बस चलता गया,कंधों पर काम लिए कल चमकेंगे सितारें मेरे नाम के भी! करना है खुद के पहचान के लिए दुनिया में कमाल के लिए... #APJAbdulKalam