आज बहुत दिन बाद आसमां की तरफ़ सर उठा के तुम्हारा चेहरा देखा! मैं आज फिर 5 साल पीछे चला गया था! जिस टूटते तारे को देख कर तुमको मांगा करता था! अब वो तारा भी नही टूटता शायद थक गया हो टूटते टूटते! या उसको पता चल गया होगा की अब मेरी तमन्ना मर चुकी है! आज पूरे दिन तुम याद आई! क्योंकि आज सुबह तुम सपने में आई थी! जब आंख खुली और सपना टूटा तो मानो ऐसा लगा की मां खेलते दोस्तों के बीच से मुझे खींच के घर ले जा रही हो! आंसू सूख चुके है आंखों के अब बस दिल में टीस उठती है मन कचोटता है! इंसान भूलने की कोशिश इसलिए करता है क्योंकि वो भूलना नहीं चाहता! तुम जहां कहीं भी हो मेरे हक़ में दुआएं करना! यहां कुछ जिम्मेदारियां मेरी सरपरस्त है इनको पूरा करके आऊंगा तुम्हारे पास! काश तुम होती तो मैं रो पाता दिल को सुकून आता! अब चलता हूं आज के लिए इतना ही! ©Br.Raj Gaurav #Khushiyaan nita kumari miss isha