कुछ लंगड़े लफ्जो को धुन में बिठाकर, बिष्ट गाए जा रहा है कड़वी-सी ज़ुबां से बाते दिल्लगी की कर, कमब्खत रुलाए जा रहा हैI #shayari #hearttouching #hindi