(गरीब) वो गरीब है, अपना दर्द छिपाता है पर ना जाने क्यूं ,हर बार ही वो सबके सामने आ जाता हैं | कहने को बातें लाख है उसके पास, फ़िर भी, ना जाने क्यूं सबसे हर बार छिपा जाता हैं | भले ,होंठो पर मुस्कान कम हो उसके पर हर बार दिल से ही वो मुस्कुरा जाता हैं | शायद थोड़ा ड़़र है उसके चेहरे पर, की कोई उसे ना समझे इसलिए ना चाहकर भी, हर बार वो चुप सा ही रह जाता हैं | by:-akshita jangid (poetess) गरीब #nojoto#nojotohindi#poor #feeling